tag:blogger.com,1999:blog-8349880307690166966.post6762952575717552738..comments2023-07-16T08:07:24.100-07:00Comments on जसबीर कालरवि - हिन्दी राइटर्स गिल्ड: फलसफों की रोशनीजसबीर कालरवि - हिन्दी राइटर्स गिल्डhttp://www.blogger.com/profile/11160125231423812596noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-8349880307690166966.post-91732406900139123212009-03-29T09:01:00.000-07:002009-03-29T09:01:00.000-07:00वो जो मेरे बोनेपन पे उम्र भर हँसता रहाआदमी वो था म...वो जो मेरे बोनेपन पे उम्र भर हँसता रहा<BR/>आदमी वो था मेरे अंदर मेरा साया नहीं<BR/><BR/>अब जहाँ दिल की जमी है जर्द पत्तों से भरी<BR/>इस जगह कोई बहारों की तरह आया नहीं<BR/><BR/>झूमते थे जो कभी अब है घरों की कैद में<BR/>अब किसी भी पेड़ का होता घना शाया नहीं<BR/><BR/>बहुत अच्छी लगी प्रस्तुति ..बधाई !!<BR/><BR/>सादर,<BR/><BR/>अमरेन्द्रअमरेन्द्र:https://www.blogger.com/profile/01441622529368131856noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8349880307690166966.post-87065016762501536612009-03-28T21:49:00.000-07:002009-03-28T21:49:00.000-07:00सून्दर भावपूर्ण अभिव्यक्तिसून्दर भावपूर्ण अभिव्यक्तिइरशाद अलीhttps://www.blogger.com/profile/15303810725164499298noreply@blogger.com